NRHM घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई, लखनऊ में 89.84 लाख की संपत्ति अटैच

प्रवर्तन निदेशालय (ED), लखनऊ ने उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 89.84 लाख रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियां अस्थायी रूप से अटैच कर दी हैं। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है।

NRHM घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई, लखनऊ में 89.84 लाख की संपत्ति अटैच

लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ED), लखनऊ ने उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 89.84 लाख रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियां अस्थायी रूप से अटैच कर दी हैं। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है। 
बतादें कि NRHM घोटाला उत्तर प्रदेश का एक बड़ा भ्रष्टाचार मामला है, जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जारी सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया था। इस घोटाले में सरकारी अधिकारियों, नेताओं और अन्य संबंधित व्यक्तियों की मिलीभगत सामने आई थी। मामले की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रहे हैं।
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जांच के दौरान घोटाले से जुड़ी 89.84 लाख रुपये की संपत्तियों की पहचान कर उन्हें अस्थायी रूप से अटैच कर दिया है। इनमें चल और अचल संपत्तियां शामिल हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लखनऊ और वाराणसी में चार दवा फर्मों के संचालकों की कुल 89.84 लाख रुपये मूल्य की संपत्तियां अस्थायी रूप से कुर्क की हैं। 
कुर्क की गई संपत्तियों में एस के पांडे (एस के डिस्ट्रीब्यूटर्स) और एके शुक्ला (सनी एंड कंपनी) के नाम पर लखनऊ में सात बैंक खातों में कुल 68.62 लाख रुपये। निरुपमा पांडे (जय गणेश ट्रेडर्स) के नाम पर वाराणसी में 10.16 लाख रुपये मूल्य का मकान। एस एन गुप्ता (श्याम मेडिकल एजेंसी) के नाम पर लखनऊ में 11.06 लाख रुपये मूल्य की ज़मीन। आरोप है कि इन फर्मों के संचालकों ने 2005 से 2011 के बीच सरकारी नियमों का उल्लंघन करते हुए एनआरएचएम के तहत दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति की, जिससे सरकारी खजाने को 1.14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। ईडी की जांच अभी जारी है, और उम्मीद है कि इस कार्रवाई से घोटाले में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी कदम उठाए जाएंगे।
ED ने यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की है, जिससे इस मामले में शामिल आरोपियों पर शिकंजा और कस सकता है।
NRHM घोटाले में पहले भी कई वरिष्ठ अधिकारियों, नेताओं और ठेकेदारों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ED और अन्य जांच एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही हैं।

PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR