हाथरस में 5 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार

आकाश नामक युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में एचडीएफसी बैंक खाते से करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है। जांच में सामने आया कि आकाश कुमार पुत्र स्व. ज्वाला प्रसाद माहौर, निवासी विष्णुपुरी, हाथरस ने "चामुंडा देवी स्वीट्स" नाम से संचालित चालू खाते से ओवरड्राफ्ट सुविधा का दुरुपयोग करते हुए 24 अगस्त को 50 लाख रुपये और उसके बाद कई ट्रांजैक्शनों के जरिए कुल 5 करोड़ रुपये गबन कर लिए।

हाथरस में 5 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
REPORTED BY - HOMENDRA MISHRA, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

हाथरस/जनमत न्यूज। हाथरस एसओजी टीम और थाना कोतवाली नगर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एचडीएफसी बैंक में हुए 5 करोड़ रुपये के ओवरड्राफ्ट घोटाले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से ₹5 लाख नगद बरामद किए हैं। शेष धनराशि को फ्रीज कराने की कार्रवाई की जा रही है।

14 सितंबर 2025 को थाना कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि आकाश नामक युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में एचडीएफसी बैंक खाते से करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है। जांच में सामने आया कि आकाश कुमार पुत्र स्व. ज्वाला प्रसाद माहौर, निवासी विष्णुपुरी, हाथरस ने "चामुंडा देवी स्वीट्स" नाम से संचालित चालू खाते से ओवरड्राफ्ट सुविधा का दुरुपयोग करते हुए 24 अगस्त को 50 लाख रुपये और उसके बाद कई ट्रांजैक्शनों के जरिए कुल 5 करोड़ रुपये गबन कर लिए।

चौंकाने वाली बात यह रही कि बैंक के ऑटोमेटेड सिस्टम से संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलने के बावजूद खाते को न तो फ्रीज किया गया और न ही होल्ड। पुलिस ने आशंका जताई है कि इसमें बैंक कर्मियों की लापरवाही या संलिप्तता हो सकती है। इस एंगल पर भी गहन जांच शुरू कर दी गई है।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गबन की गई राशि को अलग-अलग तरीकों से खर्च और निवेश किया गया। ₹2.75 लाख की यामाहा MT-15 बाइक खरीदी, ₹1.5 करोड़ म्यूचुअल फंड में लगाए, ₹1 करोड़ फेडरल बैंक खाते में जमा, ₹50 लाख वॉलेट में ट्रांसफर, ₹73 लाख मां के खाते में जमा, ₹40 लाख बजाज फिन्सर्व में एफडी कराए, ₹20 लाख दोस्तों के खातों में डाले, ₹9 लाख नगद निकाले, जिसमें से ₹5 लाख बरामद।

पुलिस अधीक्षक हाथरस श्री चिरंजीव नाथ सिन्हा ने मामले को गंभीर मानते हुए एएसपी व सीओ सिटी के नेतृत्व में टीमें गठित की थीं। फिलहाल आरोपी से जुड़ी वित्तीय गतिविधियों और बैंक कर्मियों की भूमिका की गहन जांच की जा रही है।