रायबरेली में चारागाह भूमि पर दबंगों का कब्जा, ग्राम पंचायत सदस्य पर मिलीभगत का आरोप, पीड़ित ने डीएम से लगाई गुहार
ग्राम पंचायत सदस्य अमृतलाल पर आरोप है कि उन्होंने दबंगई दिखाते हुए ग्राम सभा की करीब तीन बीघा चारागाह भूमि पर कब्जा कर उसमें धान की रोपाई करा दी।

रायबरेली/जनमत न्यूज। योगी सरकार के सख्त निर्देशों के बावजूद जिले में चारागाह की जमीनों पर अवैध कब्जा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला रायबरेली जिले की तहसील ऊंचाहार के ब्लॉक जगतपुर ग्राम सिद्धौर का है, जहां ग्राम पंचायत सदस्य अमृतलाल पर आरोप है कि उन्होंने दबंगई दिखाते हुए ग्राम सभा की करीब तीन बीघा चारागाह भूमि पर कब्जा कर उसमें धान की रोपाई करा दी।
गांव के ही दिवाकर नामक व्यक्ति ने कई बार शिकायत दर्ज कराई, लेकिन ग्राम प्रधान के करीबी होने के चलते किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई। दिवाकर का कहना है कि चारागाह की जमीन पर कब्जे से ग्रामीणों के मवेशियों के लिए चराई की समस्या गहरा गई है।
हताश होकर दिवाकर मंगलवार को रायबरेली जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। दिवाकर ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण में क्षेत्रीय लेखपाल की भी मिलीभगत है, जिसके चलते दबंगई के बल पर जमीन पर कब्जा हो गया।
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित को आश्वासन दिया कि अवैध कब्जे पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मांग की है कि चारागाह की जमीन को कब्जामुक्त कराकर उसमें पुनः मवेशियों के चरने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।