NCERT का नया मॉड्यूल जारी, कहा- जिन्ना के साथ कांग्रेस और माउंटबेटन भी विभाजन के लिए जिम्मेदार
भारत विभाजन पर NCERT का बड़ा खुलासा – कांग्रेस ने योजना स्वीकार की, जिन्ना को कम आंका। नया मॉड्यूल सियासी बवाल का कारण बना।

नई दिल्ली/जनमत न्यूज़:- स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को देशभर में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया गया। इसके दो दिन बाद, 16 अगस्त को एनसीईआरटी (NCERT) ने नया मॉड्यूल जारी किया है, जिसने सियासत में हलचल मचा दी है।
नए मॉड्यूल में कहा गया है कि भारत का विभाजन अपरिहार्य नहीं था, बल्कि इसे तीन पक्षों ने आकार दिया— जिसमे पहले थे मुहम्मद अली जिन्ना, जिन्होंने विभाजन की माँग की वही दुसरे पर कांग्रेस का नेतृत्व बताया गया है जिसने इस योजना को स्वीकार किया तीसरे पर लार्ड माउंटबेटन है जिन्होंने इसे औपचारिक रूप दिया और लागू किया |
अब तक विभाजन के लिए सिर्फ जिन्ना को जिम्मेदार माना जाता रहा है, लेकिन एनसीईआरटी के इस नए मॉड्यूल ने कांग्रेस को भी जिम्मेदार ठहराया है। इसमें कहा गया है कि कांग्रेस नेतृत्व ने “विभाजन की योजनाओं को स्वीकार कर लिया” और “जिन्ना को कम करके आंका”, साथ ही आने वाली भयावहता का अंदाजा लगाने में विफल रहा।
क्या लिखा है मॉड्यूल में?
दूसरे चरण (Secondary Stage) के मॉड्यूल में लिखा गया है—“किसी भी भारतीय नेता को राष्ट्रीय या प्रांतीय प्रशासन, सेना, पुलिस आदि चलाने का अनुभव नहीं था। इसलिए, वे स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होने वाली बड़ी समस्याओं का अंदाज़ा नहीं लगा सके… अन्यथा इतनी जल्दबाजी न होती।”
एनसीईआरटी का यह मॉड्यूल विभाजन को “विश्व इतिहास में अभूतपूर्व मानवीय त्रासदी” करार देता है। इसमें लिखा है कि—
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लगभग 15 मिलियन लोग विस्थापित हुए
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सामूहिक हत्याएं, बड़े पैमाने पर यौन हिंसा हुई
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शरणार्थियों से भरी ट्रेनें “लाशों से अटी” हुईं, कई रास्ते में ही मार दिए गए
इस बयान पर कांग्रेस नेताओं ने विरोध जताना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि यह इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश है।