अयोध्या में किसानों की समस्याओं को लेकर सपा का जोरदार विरोध, राष्ट्रपति को संबोधित पाँच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा
सांसद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जनपद में यूरिया खाद की भारी कमी है। किसान दिनभर लंबी-लंबी लाइनों में खड़े रहने को मजबूर हैं, लेकिन फिर भी उन्हें पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है।

अयोध्या/जनमत न्यूज। जनपद अयोध्या में किसानों की समस्याओं को लेकर समाजवादी पार्टी ने जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने किया, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान समाजवादी पार्टी नेताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित पाँच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में किसानों की मुख्य समस्याओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई। सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की परेशानियों के समाधान में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।
सांसद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जनपद में यूरिया खाद की भारी कमी है। किसान दिनभर लंबी-लंबी लाइनों में खड़े रहने को मजबूर हैं, लेकिन फिर भी उन्हें पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन किसानों पर लाठीचार्ज और दमनकारी रवैया अपनाकर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रहा है।
सपा सांसद ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते किसानों को खाद उपलब्ध नहीं कराई गई तो आंदोलन और भी तेज किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि 28 अगस्त से तहसील स्तर पर व्यापक आंदोलन की शुरुआत होगी, जिसकी शुरुआत मिल्कीपुर तहसील से की जाएगी।
प्रदर्शन में किसानों से जुड़े अन्य गंभीर मुद्दों को भी उठाया गया। सांसद ने कहा कि छुट्टा मवेशी किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं और कई बार इन मवेशियों के हमले से किसानों और ग्रामीणों की जान भी खतरे में पड़ रही है। ज्ञापन में छुट्टा पशुओं की समस्या पर तत्काल नियंत्रण की मांग रखी गई।
इसके साथ ही, ज्ञापन में यूरिया खाद की कालाबाजारी रोकने, किसानों की जमीन अधिग्रहण से जुड़े विवादों का समाधान करने, बिजली संकट को दूर करने और कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने जैसी मांगें भी शामिल की गईं।
सपा नेताओं ने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह असंवेदनशील है और उनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक किसानों की परेशानियों का समाधान नहीं होता, तब तक समाजवादी पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा।