बेलखारनाथ ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह रिमांड पर, पुलिस पूछताछ में निकला ड्रग्स माफिया, करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने का हुआ खुलासा

प्रतापगढ़ जिले के चर्चित बेलखारनाथ ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह को पुलिस ने 48 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं। दबंगई और फायरिंग की घटनाओं के लिए कुख्यात सुशील सिंह अब ड्रग्स माफिया के रूप में सामने आया है।

बेलखारनाथ ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह रिमांड पर, पुलिस पूछताछ में निकला ड्रग्स माफिया, करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने का हुआ खुलासा
REPORTED BY - VIKAS GUPTA, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

प्रतापगढ़/जनमत न्यूज। प्रतापगढ़ जिले के चर्चित बेलखारनाथ ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह को पुलिस ने 48 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं। दबंगई और फायरिंग की घटनाओं के लिए कुख्यात सुशील सिंह अब ड्रग्स माफिया के रूप में सामने आया है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी प्रमुख की निशानदेही पर हुई छापेमारी में लाखों की कीमत का एमडी ड्रग्स बरामद किया गया है।

पुलिस ने सुशील सिंह को साथ लेकर उसके घर, प्लॉट और ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। छापेमारी के दौरान घर के पास मैरिज हॉल के सामने जमीन में गड़ा हुआ ड्रग्स पुलिस ने बरामद किया। बरामद किए गए 34.10 ग्राम एमडी ड्रग्स की कीमत लगभग 10 लाख रुपए बताई जा रही है।
इसी बीच, फायरिंग मामले में प्रयुक्त कार को भी पुलिस ने लखनऊ के एक अपार्टमेंट की पार्किंग से जब्त कर लिया।

पुलिस पूछताछ में ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह ने माना कि वह लंबे समय से ड्रग्स का बड़ा कारोबार कर रहा था। उसके नेटवर्क के जरिए प्रतापगढ़ और आसपास के जिलों में एमडी की सप्लाई होती थी। ड्रग्स कारोबार से सुशील सिंह ने करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की। पुलिस रिमांड के इस खुलासे से पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है।

सुशील सिंह की दबंगई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 21 जुलाई को उसने रजिस्ट्री कार्यालय में फायरिंग कर दो सगे भाइयों को गोली मार दी थी। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई, जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा। अब ड्रग्स कारोबार के खुलासे ने उसकी पहचान पूरी तरह बदल दी है।

एमडी (Methamphetamine) एक खतरनाक नशीला पदार्थ है, जो पीले क्रिस्टल जैसे टुकड़ों में मिलता है। इसे गुटका, पान और अन्य सूखी चीजों में मिलाकर चबाया जाता है। इसका नशा बेहद घातक है और इसकी कीमत बाजार में काफी अधिक होती है। पुलिस की कार्रवाई को बड़ी सफलता माना जा रहा है क्योंकि इससे हजारों युवाओं का जीवन बर्बाद होने से बच सकेगा।

सुशील सिंह पर न केवल यूपी पुलिस की कार्रवाई जारी है, बल्कि वह हरियाणा और महाराष्ट्र पुलिस के रडार पर भी है। उसका साथी लवी मिश्रा हरियाणा की जेल में ड्रग्स मामले में बंद है और हरियाणा पुलिस ने भी सुशील सिंह से पूछताछ की है। वहीं महाराष्ट्र में कई फ्रॉड और वित्तीय अपराधों के मामले भी उससे जुड़े बताए जाते हैं।

पुलिस का मानना है कि यह कार्रवाई केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि प्रतापगढ़ समेत कई जिलों में फैले ड्रग्स नेटवर्क की कमर तोड़ने का बड़ा कदम है।