मिर्ज़ापुर में गंगा का रौद्र रूप, विंध्याचल के पुरोहितों ने की माँ गंगा को शांत करने की प्रार्थना
गंगा के बढ़ते जलस्तर को देख अब लोग धार्मिक आस्था के सहारे माँ गंगा को शांत करने की प्रार्थना कर रहे हैं। विंध्याचल के पुरोहित और पंडित गंगा तट पर पहुंचकर विधिवत पूजन और स्तुति कर माँ गंगा से जलस्तर कम करने की विनती कर रहे हैं।

मिर्ज़ापुर/जनमत न्यूज। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में गंगा नदी अपने रौद्र रूप में दिखाई दे रही है। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा है, जिसके चलते विंध्याचल क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। विंध्यवासिनी मंदिर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर गंगा का पानी पहुंच चुका है, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर को देख अब लोग धार्मिक आस्था के सहारे माँ गंगा को शांत करने की प्रार्थना कर रहे हैं। विंध्याचल के पुरोहित और पंडित गंगा तट पर पहुंचकर विधिवत पूजन और स्तुति कर माँ गंगा से जलस्तर कम करने की विनती कर रहे हैं।
विंध्याचल के प्रसिद्ध पुरोहित राजन ने बताया कि, "हम लोग माँ गंगा को मनाने के लिए तट पर आए हैं। उनसे प्रार्थना कर रहे हैं कि वह शांत होकर अपने स्थान पर लौट जाएं।" उन्होंने कहा कि गंगा का यह रौद्र रूप श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने से विंध्यवासिनी मंदिर को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग पानी में डूब गया है। इससे मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी कमी आई है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और नदी किनारे न जाने की सलाह दी है।
बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग और स्थानीय प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं की आस्था और प्रार्थनाओं के बीच प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।