फर्जी यूट्यूबर पत्रकारों के खिलाफ नीमा प्रतिनिधि मंडल ने उठाई आवाज़

जिले में एक बार फिर फर्जी खबरों और कथित पत्रकारिता का मामला सुर्खियों में है।

फर्जी यूट्यूबर पत्रकारों के खिलाफ नीमा प्रतिनिधि मंडल ने उठाई आवाज़
REPORTED BY - UMESH SINGH, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

चंदौली/जनमत न्यूज। जिले में एक बार फिर फर्जी खबरों और कथित पत्रकारिता का मामला सुर्खियों में है। नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) का प्रतिनिधि मंडल शनिवार को एसपी कार्यालय पहुंचा और तथाकथित यूट्यूबर पत्रकारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

मामला उस समय गंभीर हुआ जब आयुष हेल्थ केयर निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। इस घटना के बाद कुछ यूट्यूबर पत्रकारों ने अस्पताल और चिकित्सकों के खिलाफ मनगढ़ंत तथा भ्रामक खबरें प्रसारित कीं। नीमा के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि इन खबरों का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं था, बल्कि जानबूझकर अस्पताल की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया।

प्रतिनिधि मंडल ने यह भी आरोप लगाया कि संबंधित यूट्यूबर पत्रकार न केवल फर्जी खबरें चला रहे हैं बल्कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों को धन उगाही के लिए धमकाने का कार्य भी कर रहे हैं। इससे न केवल चिकित्सकों का मनोबल गिर रहा है बल्कि वास्तविक पत्रकारिता की गरिमा भी प्रभावित हो रही है।

नीमा सदस्यों ने एसपी चंदौली को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि ऐसे तथाकथित पत्रकारों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की हरकत करने का साहस न जुटा सके।

एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अलीनगर थाना पुलिस को सख्त निर्देश जारी किए। निर्देश के बाद थाना पुलिस ने आरोपित यूट्यूबर पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।

डॉक्टरों और नीमा पदाधिकारियों का कहना है कि यदि इस प्रकार की फर्जी पत्रकारिता पर रोक नहीं लगाई गई तो आम जनता का भरोसा न केवल अस्पतालों पर से उठेगा बल्कि असली पत्रकारिता भी संदेह के घेरे में आ जाएगी।