चोरी हक की हो या वोट की, चोरी हमेशा गलत — चंद्रशेखर आजाद
चंद्रशेखर ने मतदाता सूची में धांधली का बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 65 हजार मतदाताओं को सूची से बाहर कर दिया गया, जबकि लोकसभा चुनाव में इन्हीं क्षेत्रों के मतदाताओं ने 40 में से 30 सीटें एनडीए को दी थीं।

बुलंदशहर/जनमत न्यूज। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद चंद्रशेखर आजाद रविवार को बुलंदशहर जनपद के गांव जौनपुर पहुंचे, जहाँ वे पार्टी के एक कार्यकर्ता की शोकसभा में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए संसद में पेश हुए नए कानूनों, बिहार विधानसभा चुनाव और देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर जमकर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि संसद में कोई भी कानून पास कराना आसान नहीं होता। संसद में हाल ही में पास किए गए कानूनों को लेकर उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि “इसकी जांच नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू तक जाएगी, आंच उत्तर प्रदेश तक भी आ सकती है।”
चंद्रशेखर ने मतदाता सूची में धांधली का बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 65 हजार मतदाताओं को सूची से बाहर कर दिया गया, जबकि लोकसभा चुनाव में इन्हीं क्षेत्रों के मतदाताओं ने 40 में से 30 सीटें एनडीए को दी थीं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यह सुनियोजित वोट चोरी की साजिश है। सुप्रीम कोर्ट ने 22 तारीख तक मतदाता सूची से हटाए गए मतदाताओं की सूची मांगी है, जिससे सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने कहा कि चोरी चाहे हक की हो या वोट की, हमेशा गलत होती है। जब चोरी होती है तो जनता के मन में क्रोध और अविश्वास उत्पन्न होना स्वाभाविक है। सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार दलित विरोधी, गरीब-वंचित विरोधी और किसान विरोधी है। सरकार का लक्ष्य केवल पूंजीपतियों को फायदा पहुँचाना है। गरीबों की जमीन और संसाधन लूटकर अमीरों को सौंपे जा रहे हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि पत्रकार, जवान, नौजवान और महिलाएं आज सुरक्षित नहीं हैं। खुलेआम हत्या और बलात्कार की घटनाएँ हो रही हैं, लेकिन सरकार केवल दावे करने में लगी है। हाल ही में किसानों की फसलें पानी में बह गईं, मगर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा और रोजगार का अधिकार छीन रही है। ऐसी निकम्मी सरकार को शर्म आनी चाहिए।