एटा में 2.57 करोड़ का GST घोटाला, दो अधिकारी और एक बाबू पर केस दर्ज

जलेसर कस्बे में फर्जी प्रपत्रों से बनाई गई पांच बोगस फर्मों के माध्यम से 2 करोड़ 57 लाख 21 हजार 297 रुपए का आईटी क्लेम कर सरकारी खजाने को चूना लगाया गया।

एटा में 2.57 करोड़ का GST घोटाला, दो अधिकारी और एक बाबू पर केस दर्ज
REPORTED BY - NAND KUMAR, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

एटा/जनमत न्यूज। जनपद एटा में जीएसटी विभाग का बड़ा घोटाला सामने आया है। जलेसर कस्बे में फर्जी प्रपत्रों से बनाई गई पांच बोगस फर्मों के माध्यम से 2 करोड़ 57 लाख 21 हजार 297 रुपए का आईटी क्लेम कर सरकारी खजाने को चूना लगाया गया।

इस मामले में दो राज्य कर अधिकारियों और एक बाबू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों में एटा जीएसटी विभाग में तैनात सुशील कुमार (सहायक आयुक्त, राज्य कर खंड-2), तत्कालीन राज्य कर अधिकारी प्रशांत कुमारी (वर्तमान में निलंबित व कानपुर में अटैच) और दुष्यंत कुमार (प्रधान सहायक, राज्य कर कार्यालय इटावा) शामिल हैं।

एसटीएफ जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पांच फर्जी फर्मों जिनमें श्री श्याम इंटरप्राइजेज, सृष्टि इंटरप्राइजेज, मै ऑन ऑफिसियल, मैसर्स निधि इंटरप्राइजेज और मैसर्स जैन इंटरप्राइजेज के माध्यम से bogus प्रपत्रों पर आईटी क्लेम मंजूर कर दिया। इन फर्मों के खिलाफ पहले से ही जलेसर थाने में एफआईआर दर्ज है। जांच रिपोर्ट के अनुसार, सुशील कुमार ने 75,34,931 रुपए, प्रशांत कुमारी ने 1,81,86,366 रुपए, और दुष्यंत कुमार की मिलीभगत से कुल 2,57,21,297 रुपए का फर्जी रिफंड जारी किया गया।

घोटाले की जानकारी मिलने के बाद शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए कोतवाली नगर में मामला दर्ज कराया है। इस प्रकरण की जांच अन्य एजेंसियां भी कर रही हैं। विभागीय तहरीर अरुण कुमार (राज्य कर अधिकारी, खंड-1) पुत्र फूल सिंह निवासी देवटा दनकौर द्वारा दी गई, जिसके आधार पर केस पंजीकृत हुआ। मामले के खुलासे के बाद जीएसटी विभाग में हड़कंप मच गया है और सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है।