एंटी करप्शन टीम ने तहसीलदार के पेशकार को सरेआम घूस लेते किया गिरफ्तार

एंटी करप्शन की टीम ने कैम्पियरगंज तहसील में बहुत दिनों से तैनात घूसखोरी में माहिर तहसीलदार के पेशकार अरविन्द कुमार श्रीवास्तव को सैंतीस हजार पांच सौ रुपया सरेआम रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पेशकार अरविंद कुमार श्रीवास्तव धारा 34 में वरासत करवाने के नाम पर पैसों की मांग कर रहा था।

एंटी करप्शन टीम ने तहसीलदार के पेशकार को सरेआम घूस लेते किया गिरफ्तार

गोरखपुर/कैंम्पियरगंज/जनमत। एंटी करप्शन की टीम ने कैम्पियरगंज तहसील में बहुत दिनों से तैनात घूसखोरी में माहिर तहसीलदार के पेशकार अरविन्द कुमार श्रीवास्तव को सैंतीस हजार पांच सौ रुपया सरेआम रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पेशकार अरविंद कुमार श्रीवास्तव धारा 34 में वरासत करवाने के नाम पर पैसों की मांग कर रहा था। देवरिया जनपद के रुद्रपुर थानाक्षेत्र के ग्राम जोकवा का रहने वाला अरविंद कुमार श्रीवास्तव तहसीलदार के पेशकार के पद पर तैनात है।
पीपीगंज थाना क्षेत्र के गांगपार निवासी सुभाष सिंह ने राजस्व संहिता के अंतर्गत धारा 34 में वरासत का आदेश करवाना चाहते थे। करीब तीन साल से फाइल लटकी हुई थी। जिसके लिए पेशकार ने सैंतीस हजार पांच सौ रुपये का डिमांड किया था। सूचना पर एंटी करप्शन की टीम ने गुरुवार को घेराबंदी की थी। पहले से तय प्लानिंग के मुताबिक जैसे ही पेशकार अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार को दो बजे तहसील के दक्षिणी गेट के बाहर घूस की रकम हाथ में पकड़ी एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथ मौके से ही हिरासत में ले लिया।
पेशकार को टीम ने हिरासत में लेकर पीपीगंज थाने ले गई। पेशकार से काफी पूछताछ के बाद पीपीगंज थाने में केस दर्ज करवाकर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है। बतादें कि बहुत दिनों से कैंम्पियरगंज तहसील में तैनात घुस लेने में माहिर अरविंद कुमार श्रीवास्तव अधिकारियों का चहेता बना हुआ था। इस घटना से क्षेत्रीय लोगों में अपार खुशी है। चाय की दुकान, चौराहा और मोहल्ले में बैठे हुए लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि कैंम्पियरगंज तहसील में पहली बार एंटी करप्शन का खाता खुला है। कैंम्पियरगंज तहसील क्षेत्र में तमाम सरकारी दफ्तरों में भारी धन उगाई और कमीशनखोरी एवं घूसखोरी की जा रही है और सरकारी कर्मचारी मालामाल होते जा रहे हैं। अगर ऐसे एंटी करप्शन इन घूसखोरों पर अपना चाबुक चलाया तो जनता को राहत की सांस मिल सकती है। और न्याय अपने आप ही मिल जाएगा। एंटी करप्शन टीम के पकड़ते ही जितने लोगों ने अपना काम करवाने के नाम पर रूपया देने वाले पीड़ित अब उससे अपना पैसा उसूलने की जुगाड़ में लग गए हैं।

REPORTED BY - KAMLESH MANI BHATT

PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR