लकड़ी माफिया सरकार की वृक्षारोपण योजना पर भारी पड़ते हुए, अवैध कटान से पर्यावरण को हो रहा नुकसान

लकड़ी माफिया सरकार की मंशा पर आरी चलाकर कर पर्यावरण को पहुंचा रहे हैं नुकसान बांसी इलाके में बड़े पैमाने पर हरे पेड़ काटकर अवैध रूप से की जा रही है बेस कीमती लकड़ियो की तस्करी उस इला​के का वीडियो भी सोशल मीडिया पर हो रहा हैं वायरस। 

लकड़ी माफिया सरकार की वृक्षारोपण योजना पर भारी पड़ते हुए, अवैध कटान से पर्यावरण को हो रहा नुकसान

ललितपुर (जनमत):लकड़ी माफिया सरकार की मंशा पर आरी चलाकर कर पर्यावरण को पहुंचा रहे हैं नुकसान, बांसी इलाके में बड़े पैमाने पर हरे पेड़ काटकर अवैध रूप से की जा रही है बेस कीमती लकड़ियो की तस्करी उस इला​के का वीडियो भी सोशल मीडिया पर हो रहा हैं वायरस। 

मामला है ललितपुर का जहां एक ओर प्रदेश सरकार हर वर्ष  वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत करोड़ों रुपए खर्च कर लाखों पौधों का रोपण कर पर्यावरण को सुधारने का काम कर रही है तो वहीं दूसरी ओर लकड़ी माफिया सरकार की इस मनसा को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। लकड़ी माफिया इलाके में खड़े हुए हरे-भरे बेस कीमती पेड़ों को अवैध रूप से काटकर लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं और अपनी जेबें भी भर रहे हैं, और संबंधित विभाग के अधिकारी इस बात से अंजान बने हुए हैं। हाल ही में बाँसी-जखौरा मार्ग स्थित ग्राम आलापुर की नहर के पास बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खदान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसने वन विभाग और सिंचाई विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगने का काम किया है।

रविवार को सोशल मीडिया के फेसबुक,व्हाट्सएप प्लेटफार्म पर अवैध गठन का एक वीडियो वायरल हुआ जहां एक इलाके में बड़े पैमाने पर कटी पड़ी हुई बेस कीमती लकड़ी दिखाई दे रही है। जानकारी करने पर पता चला कि यह वीडियो थाना जखौरा क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा बांसी जखौरा रोड के ग्राम आलापुर के पास लखना से निकली हुई राजघाट नहर के पास के इलाके का है, जहां लकड़ी माफिया अवैध रूप से वन विभाग और सिंचाई विभाग द्वारा लगाई गई बेस कीमती हरे पेड़ों का कटान कर लकड़ी की तस्करी करने में लगे हुए हैं। जानकारी करने पर पता चला कि इस इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से लकड़ी का कटान किया जा रहा है। जिसकी बेस कीमती लकड़ी जनपद से बाहर समीप भारती मध्य प्रदेश में तस्करी कर भेजी जा रही है और लकड़ी माफिया अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं इसके साथ ही वह पर्यावरण को भी खासा नुकसान पहुंचा रहे हैं। जब स्थानीय लोगों से इस मामले में बातचीत की गई तो उनका कहना है कि इस इलाके में बड़े पैमाने पर स्थानीय लोगों की मदद से बाहर के माफिया बेस कीमती पेड़ों का कटान कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं। लकड़ी माफिया की इस हरकत से सिंचाई विभाग और वन विभाग के अधिकारी अनजान बने हुए हैं या फिर जानबूझकर अनजान बनने का नाटक कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में अब देखने वाली बातें होगी कि जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है तो संबंधित विभाग के अधिकारी इस मामले में क्या ठोस कदम उठाते हैं या फिर इस मामले को पूर्व के मामलों की भांति ही ठंडा बस्ते में डाल दिया जाता है। हैरत कि बात है कि जहां एक ओर प्रदेश सरकार करोड़ों अरबो रुपए खर्च कर पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण कार्यक्रम को संचालित करती है और लाखों की तादाद में जनपद में वृक्षारोपण के द्वारा पेड़ लगाने का काम भी करती है। तो वहीं दूसरी ओर ऐसे अवैध कटान माफिया सरकार की इस मनसा को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। तो फिर ऐसे लोगों पर आखिर कार्यवाही कब होगी और कब पर्यावरण संतुलित हो पाएगा।

Reported By: Suryakant Sharma

Published By: Satish Kashyap