सरकार द्वारा प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों के विलय के फैसले पर सियासत हुई तेज

सरकार के इस फैसले से हजारों विद्यालय बंद हो जाएंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूरदराज़ गांवों तक जाना पड़ेगा।

सरकार द्वारा प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों के विलय के फैसले पर सियासत हुई तेज
REPORTED BY - MAHATAB KHAN, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

रायबरेली/जनमत न्यूज। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों के विलय के फैसले पर सियासत तेज हो गई है। रायबरेली में कांग्रेस पार्टी ने इस निर्णय को ग्रामीण बच्चों, शिक्षकों और मिड-डे मील कर्मियों के हितों के खिलाफ करार देते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि सरकार के इस फैसले से हजारों विद्यालय बंद हो जाएंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूरदराज़ गांवों तक जाना पड़ेगा। इससे बच्चों और उनके अभिभावकों दोनों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि स्कूलों के बंद होने से बड़ी संख्या में शिक्षक और मिड-डे मील योजना से जुड़े कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे, जिससे प्रदेश में बेरोजगारी और बढ़ेगी। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने यह फैसला वापस नहीं लिया, तो पार्टी छात्र-युवाओं और बेरोजगारों के साथ मिलकर सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी।
कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने कहा कि यह फैसला शिक्षा के अधिकार और बच्चों के भविष्य पर कुठाराघात है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। पार्टी ने राज्यपाल से इस आदेश को तत्काल रद्द करने की मांग की है।