अमेरिका का गाजा शरणार्थियों को लीबिया भेजने का प्रस्ताव

अमेरिका की पूर्व ट्रंप प्रशासन ने गाजा पट्टी के करीब 10 लाख फिलिस्तीनी शरणार्थियों को स्थायी रूप से लीबिया में बसाने की योजना बनाई थी....

अमेरिका का गाजा शरणार्थियों को लीबिया भेजने का प्रस्ताव
Published By: Satish Kashyap

देश/विदेश (जनमत): अमेरिका की पूर्व ट्रंप प्रशासन ने गाजा पट्टी के करीब 10 लाख फिलिस्तीनी शरणार्थियों को स्थायी रूप से लीबिया में बसाने की योजना बनाई थी। इस प्रस्ताव पर गंभीर विचार किया गया और लीबिया के नेतृत्व से भी बातचीत हुई। योजना के तहत, अमेरिका ने लीबिया को वह अरबों डॉलर लौटाने का सुझाव दिया था, जो उसने पिछले दशक में फ्रीज कर रखे थे।

एनबीसी न्यूज के सूत्रों के अनुसार, अमेरिका और लीबिया के बीच इस योजना पर पिछले कुछ समय से चर्चा चल रही थी। हालांकि, अमेरिकी सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज किया और कहा कि ऐसा कोई प्लान फिलहाल नहीं है और जमीन पर हालात इसके लिए अनुकूल नहीं हैं।

2011 में मुअम्मर गद्दाफी के निधन के बाद से लीबिया राजनीतिक संकट में है और दो अलग-अलग हिस्सों में बंटा हुआ है, जहां कई सशस्त्र समूह सत्ता के लिए लड़ रहे हैं। इस वजह से वहां फिलिस्तीनियों को बसाना एक जटिल और मुश्किल काम हो सकता है।

वहीं, इजरायल ने हाल ही में गाजा पट्टी में भारी हवाई हमले किए, जिनमें स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार 108 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इजरायल का कहना है कि ये हमले हमास के खिलाफ दबाव बनाने और बंधकों को छुड़ाने की तैयारी के हिस्से हैं। इसके अलावा, इजरायल ने यमन के दो बंदरगाहों पर भी हमले किए, जहां हूती विद्रोहियों पर हथियारों की तस्करी का आरोप है। इन हमलों में एक व्यक्ति की मौत हुई और कई घायल हुए।

जनवरी में ट्रंप ने यह भी कहा था कि वे चाहते हैं कि जॉर्डन, मिस्र और अन्य अरब देश गाजा के शरणार्थियों को स्वीकार करें ताकि गाजा क्षेत्र को फिर से बसाया जा सके। उन्होंने कहा था कि गाजा लगभग पूरी तरह तबाह हो चुका है और वहां लोगों के लिए नई जगह बनाना जरूरी है।

हमास के गाजा प्रमुख खलील अल-हय्या ने कहा कि वे इजरायल में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के लिए तैयार हैं, बशर्ते युद्ध पूरी तरह खत्म हो जाए। उन्होंने अंतरिम संघर्ष विराम को अस्वीकार कर दिया है।