केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी उप्र भाजपा के नए अध्यक्ष, किसी और ने नहीं किया नामांकन; औपचारिक घोषणा कल
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी का यूपी बीजेपी अध्यक्ष बनना तय हो गया। चौधरी ने आज शनिवार को पार्टी कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।
लखनऊ/जनमत न्यूज़। केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी का यूपी बीजेपी अध्यक्ष बनना तय हो गया। चौधरी ने आज शनिवार को पार्टी कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। किसी अन्य ने नामांकन नहीं किया है। इससे पंकज चौधरी का ही यूपी बीजेपी चीफ बनना तय माना जा रहा है।
नामांकन से पहले पंकज चौधरी ने कहा- बीजेपी के सभी सांसदों को आज बुलाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है, सभी को इसके लिए बुलाया गया है। दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी दफ्तर पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने 'प्रभु राम' और 'हर-हर महादेव' के जयकारे लगाकर उनका जोरदार स्वागत किया। सीएम ने भी हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया।
बता दें कि शाम तक नामांकन पत्रों की जांच व नाम वापसी का समय है। प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय परिषद सदस्यों की औपचारिक घोषणा रविवार को केंद्रीय चुनाव अधिकारी व मंत्री पीयूष गोयल करेंगे।
उप्र भाजपा के 18वें अध्यक्ष के चुनाव के लिए चल रही अटकलों पर आज उस वक्त विराम लग गया, जब केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पंकज चौधरी के नाम का प्रस्ताव किया।
संगठन चुनाव प्रभारी महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि पंकज चौधरी ने चार सेट में अपना नामाकन पत्र दाखिल किया है। इन पर योगी आदित्यनाथ और कैशव मौर्य के अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, स्मृति ईरानी, स्वतंत्र देव सिंह, दारा सिंह चौहान, एके शर्मा, कमलेश पासवान और असीम अरुण ने बतौर प्रस्तावक हस्ताक्षर किए हैं।
पार्टी के घोषित कार्यक्रम के अनुसार, शनिवार को नामांकन पत्र दाखिल करने का दिन था। सुबह से ही लखनऊ स्थित बीजेपी मुख्यालय पर गहमागहमी रही। शनिवार सुबह तक दिल्ली में रहे पंकज चौधरी लखनऊ पहुंचे और वहां से पार्टी कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र भरा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और महेंद्र नाथ पांडेय पहले से मौजूद रहे। विनोद तावड़े की उपस्थिति में नामांकन प्रक्रिया पूरी होने और मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री जैसे शीर्ष नेताओं के प्रस्तावक बनने से यह साफ हो गया है कि पंकज चौधरी का नाम केंद्रीय नेतृत्व द्वारा सर्वसम्मति से तय किया गया है।
पंकज चौधरी की ताजपोशी क्यों अहम
पंकज चौधरी महाराजगंज से सात बार के अनुभवी सांसद हैं और कुर्मी (OBC) समुदाय से आते हैं। उनकी ताजपोशी के पीछे पार्टी की गहरी राजनीतिक रणनीति है। पंकज चौधरी को अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने विपक्ष खासकर सपा के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समीकरण की काट करेगी और प्रदेश में ओबीसी वोट बैंक पर अपनी पकड़ और मजबूत करेगी। ओबीसी नेता को सौंपकर पार्टी ने सत्ता और संगठन के बीच जातीय संतुलन को प्रभावी ढंग से साध लिया है।
पूर्वांचल पर फोकस
पंकज चौधरी का मजबूत आधार पूर्वांचल है, जो आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए निर्णायक क्षेत्र है। पूर्वांचल में ही लोकसभा चुनाव के दौरान सपा को बड़ी जीत मिली थी। ऐसे में पंकज चौधरी के जरिए सपा बड़ा दांव खेला गया है।
कल होगी औपचारिक घोषणा
संगठन चुनाव प्रभारी डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब 14 दिसंबर को नए प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की औपचारिक घोषणा की जाएगी। चूंकि नामांकन केवल पंकज चौधरी ने ही किया है और उन्हें शीर्ष नेतृत्व का समर्थन प्राप्त है, इसलिए उनका निर्विरोध निर्वाचन होना तय है।
पंकज चौधरी की ताजपोशी से प्रदेश भाजपा में एक नए युग की शुरुआत होगी, जिसकी सीधी चुनौती 2027 के विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए बड़ी जीत हासिल करना होगा।

Janmat News 
