टाटा मोटर्स के शेयरों में उछाल, भारत-यूके व्यापार समझौते से उम्मीदें बढ़ीं
बुधवार को ऑटोमोबाइल सेक्टर के स्टॉक्स में हलचल देखने को मिली, खासकर टाटा मोटर्स के शेयरों में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। कंपनी के शेयर 4% तक चढ़ते हुए 675.45 रुपये के इंट्रा-डे उच्चतम स्तर पर पहुंचे। यह उछाल भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के कारण देखा जा रहा है, जिससे टाटा मोटर्स को खासा फायदा होने की संभावना जताई जा रही है।

Business News:बुधवार को ऑटोमोबाइल सेक्टर के स्टॉक्स में हलचल देखने को मिली, खासकर टाटा मोटर्स के शेयरों में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। कंपनी के शेयर 4% तक चढ़ते हुए 675.45 रुपये के इंट्रा-डे उच्चतम स्तर पर पहुंचे। यह उछाल भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के कारण देखा जा रहा है, जिससे टाटा मोटर्स को खासा फायदा होने की संभावना जताई जा रही है।
भारत-यूके एफटीए के अंतर्गत ऑटोमोबाइल सेक्टर में टैरिफ कोटा लागू किया जाएगा, जिसके तहत प्रीमियम गाड़ियों के आयात पर शुल्क 100% से घटाकर 10% किया जाएगा। यह निर्णय टाटा-जेएलआर जैसी कंपनियों को बड़ी राहत देगा।
टाटा मोटर्स के साथ-साथ आयशर मोटर्स, टीवीएस मोटर, भारत फोर्ज, अशोक लीलैंड और एमआरएफ जैसी ऑटो कंपनियों के शेयरों में भी खरीदारी देखी गई।
ऑटोमोबाइल कंपनियों को संभावित लाभ:
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टाटा मोटर्स: जेएलआर ब्रांड की भारत में बिक्री बढ़ने की उम्मीद।
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आयशर मोटर्स (रॉयल एनफील्ड): ब्रिटिश बाजार में मजबूत पकड़ से लाभ, मुनाफे और बिक्री में इजाफा संभव।
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टीवीएस मोटर: एमडी सुदर्शन वेणु ने कहा कि एफटीए से कंपनी के ब्रिटिश ब्रांड नॉर्टन को तेज ग्रोथ में मदद मिलेगी।
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अन्य कंपनियां: घटे हुए आयात शुल्क से प्रतिस्पर्धा की स्थिति मजबूत होगी।
टाटा मोटर्स के शेयरों में तेजी की एक और वजह
कंपनी ने अपने कमर्शियल व्हीकल (सीवी) कारोबार को अलग इकाई में विभाजित करने के प्रस्ताव को शेयरधारकों से लगभग सर्वसम्मति से मंजूरी दिलवाई है। मंगलवार को दी गई एक्सचेंज अधिसूचना के मुताबिक, इस प्रस्ताव को 99.99% शेयरधारकों का समर्थन मिला।
बीते साल मार्च में टाटा मोटर्स ने यह योजना बनाई थी कि सीवी डिवीजन को एक स्वतंत्र सूचीबद्ध कंपनी के रूप में अलग किया जाएगा। इसके तहत मौजूदा शेयरधारकों को उनके टाटा मोटर्स के हर एक शेयर के बदले नई इकाई में भी एक शेयर मिलेगा।