स्पा सेंटरों पर पुलिस का छापा, दर्जनों युवक-युवतियां हिरासत में

कृष्णा नगर क्षेत्र के दो स्पा सेंटरों पर पुलिस ने अनैतिक गतिविधियों की सूचना पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने मौके से एक दर्जन से अधिक युवतियों और कई युवकों को हिरासत में लिया।

स्पा सेंटरों पर पुलिस का छापा, दर्जनों युवक-युवतियां हिरासत में
REPORTED BY - JAHID, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

मथुरा/जनमत न्यूज। मथुरा से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है, जहाँ कृष्णा नगर क्षेत्र के दो स्पा सेंटरों पर पुलिस ने अनैतिक गतिविधियों की सूचना पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने मौके से एक दर्जन से अधिक युवतियों और कई युवकों को हिरासत में लिया।

शुक्रवार की शाम जैसे ही पुलिस की टीम एसपी सिटी राजीव कुमार और सीओ सिटी आशना चौधरी के नेतृत्व में कृष्णा नगर के इन स्पा सेंटरों पर पहुँची, तो वहाँ अफरातफरी मच गई। सूत्रों के अनुसार, कई युवक-युवतियां आपत्तिजनक हालत में पाए गए। पुलिस की कार्रवाई की खबर फैलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई।

बतादें कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इन स्पा सेंटरों में अनैतिक कार्य हो रहे हैं। इसी आधार पर जब पुलिस की टीम अंदर दाखिल हुई तो वहाँ मौजूद लोग भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन महिला पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए सभी को पकड़ लिया। इसके बाद युवतियों और युवकों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें कभी अंदाज़ा भी नहीं था कि स्पा सेंटर की आड़ में इस तरह का धंधा चल रहा है। लोगों ने पुलिस की कार्रवाई को सही कदम बताया और उम्मीद जताई कि आगे भी ऐसे धंधों पर सख्ती जारी रहेगी।

एसपी सिटी राजीव कुमार ने बताया कि, “काफी समय से शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ स्पा सेंटरों की आड़ में गलत गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। इन्हीं शिकायतों की पुष्टि के बाद छापेमारी की गई है। आगे की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

गौरतलब है कि केवल मथुरा ही नहीं, बल्कि प्रदेश के कई शहरों में पिछले कुछ वर्षों से स्पा सेंटरों की आड़ में अवैध गतिविधियाँ सामने आती रही हैं। यह पहली बार नहीं है जब ऐसी छापेमारी हुई हो। सवाल यह है कि आखिर इन धंधों को पनपने कौन दे रहा है? क्या स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक नहीं थी, या यह मिलीभगत का नतीजा है? पुलिस की यह कार्रवाई निश्चित रूप से एक बड़ा कदम है, लेकिन समाज और प्रशासन दोनों को जागरूक होकर इस तरह के नेटवर्क को जड़ से खत्म करना होगा। केवल युवकों-युवतियों को दोषी ठहराने के बजाय पूरे रैकेट की गहन जांच ज़रूरी है।