नवजात शिशु की मौत पर परिजन ने किया हंगामा…
The family created a ruckus over the death of the newborn baby:अयोध्या नवजात शिशु के मौत के बाद परिजनों का हॉस्पिटल में हंगामा। कृष्णा नगर फेस–2 देवकाली स्थित श्री अयोध्या चिल्ड्रन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान नवजात की हुई मौत।

अयोध्या/जनमत:अयोध्या नवजात शिशु के मौत के बाद परिजनों का हॉस्पिटल में हंगामा। कृष्णा नगर फेस–2 देवकाली स्थित श्री अयोध्या चिल्ड्रन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान नवजात की हुई मौत। श्री अयोध्या चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉ पर परिजनों का गंभीर आरोप अस्पताल प्रशासन ने बच्चे की मौत की बात को कई घंटों तक रखा छुपाए। नगर क्षेत्र स्थित दूसरे डॉ से बेहतर इलाज को ले जाने पर बच्चे के परिजनों को डॉ ने बताया ढाई घंटे पहले हो चुकी है शिशु की मौत। बीते 9 मई को श्री अयोध्या चिल्ड्रन हॉस्पिटल में परिजनों बेहतर इलाज के लिए बच्चे को कराया था भर्ती। परिजनों का आरोप बच्चें की मौत के बाद ढाई घंटे तक वेंटिलेटर पर शव का इलाज कर पैसा बना रहा था हॉस्पिटल मैनेजमेंट। हॉस्पिटल पहुंची पुलिस ने बच्चें के बॉडी को भेजा PM के लिए।वही श्री अयोध्या चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉक्टर अंकुश शुक्ला ने बताया कि एक प्रिमेच्योर बच्चे को हमारे हॉस्पिटल मे किया गया था। जिसका इलाज हम कर रहे थे।
बच्चा प्रिमेच्योर (अप्रकालिक) और लो बर्थ वेट नवजात शिशु जिसको सास लेने मे दिक्क़त हो रही थी उसका इलाज हम कर रहे थे। हालत खराब होने पर वेंटिलेटर पर रखा गया था। इलाज चल रहा था सब कुछ ठीक था। उसके बाद उसके परिजन आये और कहने लगे कि मुझे बच्चों को लेकर के जाना है। मैंने उनको मना भी किया कि बच्चा वेंटिलेटर पर है और उसका इलाज चल रहा है उसको इस कंडीशन में ले जाना सही नहीं है। लेकिन परिजन मुझ से अपनी जिम्मेदारी पर ले जाने के लिए कहा और लिखकर लामा पर ले गये और उस बच्चे के साथ घटना हो गयी LAMA (Leave Against Medical Advice) के अंतर्गत परिजनों द्वारा बच्चे को अस्पताल से ले जाया गया। बच्चा प्रिमेच्योर था (31 सप्ताह से कम), लो बर्थ वेट था, और सांस लेने में तकलीफ थी। वही डॉक्टर अंकुश शुक्ला ने कहा कि भावनाओं और भीड़ के दबाव में वे सत्य नहीं बदलेंगे सारे सबूत उनके पास हैं।