चीन की बांग्लादेश में तीस्ता परियोजना और अस्पताल निर्माण की योजना
ढाका में आयोजित एक सम्मेलन में चीन के राजदूत याओ वेन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन द्वारा लागू किए गए अनुचित और अतार्किक टैरिफ वैश्विक व्यापार प्रणाली के लिए खतरा बन गए हैं।

देश/विदेश (जनमत): चीन ने बांग्लादेश की बहुप्रतीक्षित तीस्ता नदी प्रोजेक्ट को लागू करने और देश में चार नए अस्पतालों के निर्माण में भागीदारी की अपनी तत्परता जताई है। साथ ही, चीन ने अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी शुल्कों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत पर बल दिया है।
ढाका में आयोजित एक सम्मेलन में चीन के राजदूत याओ वेन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन द्वारा लागू किए गए अनुचित और अतार्किक टैरिफ वैश्विक व्यापार प्रणाली के लिए खतरा बन गए हैं। उन्होंने यह अपील की कि बांग्लादेश और यूरोपीय देशों को एकजुट होकर इस चुनौती का समाधान खोजना चाहिए, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार को स्थिरता और संतुलन मिल सके।
तीस्ता जल प्रबंधन परियोजना के लिए चीन तैयार
याओ वेन ने कहा कि बांग्लादेश सरकार ने चीनी कंपनियों को तीस्ता नदी जल प्रबंधन परियोजना में भाग लेने का निमंत्रण दिया है और अब चीन इस पर अमल करने को तैयार है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि बीजिंग और ढाका के बीच के संबंध केवल किसी विशेष राजनीतिक दल या सरकार पर नहीं टिके हैं, बल्कि ये आम जनता और दीर्घकालिक साझेदारी पर आधारित हैं।
अमेरिका-चीन टैरिफ विवाद पर कड़ा बयान
राजदूत ने जानकारी दी कि अमेरिका ने चीन के उत्पादों पर 145% तक का टैरिफ लगाया, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर 125% शुल्क लगा दिया। याओ ने कहा, "हम वैश्विक व्यापार में निष्पक्षता और मुक्त व्यापार की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन वार्ता के लिए हमेशा तैयार हैं।"
स्वास्थ्य, शिक्षा और प्रशिक्षण में सहयोग बढ़ाने की योजना
याओ वेन ने यह भी बताया कि युन्नान प्रांत का एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल अगले सप्ताह बांग्लादेश का दौरा करेगा। इसका उद्देश्य शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना है। युन्नान में पहले से ही चार चीनी अस्पताल बांग्लादेशी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। अब चीन बांग्लादेश में भी ऐसे अस्पताल स्थापित करने की योजना बना रहा है।
इसके साथ ही, नॉर्थ साउथ यूनिवर्सिटी के सहयोग से व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र भी खोले जाएंगे ताकि स्थानीय श्रमिकों को विदेश, खासकर खाड़ी और यूरोपीय देशों में रोजगार के लिए तैयार किया जा सके।
राजनीतिक संबंधों में मजबूती
राजदूत ने यह भी कहा कि बांग्लादेश के प्रधान सलाहकार की चीन यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत होते राजनीतिक रिश्तों और भरोसे का प्रतीक है। बांग्लादेश ने दोहराया कि वह "वन चाइना पॉलिसी" का समर्थन करता है और ताइवान की स्वतंत्रता के विरोध में चीन के रुख के साथ खड़ा है।