पाकिस्तान को भारत से हमले का डर, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दी चेतावनी
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया है कि भारत कभी भी नियंत्रण रेखा (LoC) के पास सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।

देश/विदेश (जनमत): पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया है कि भारत कभी भी नियंत्रण रेखा (LoC) के पास सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
इस्लामाबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए आसिफ ने कहा, “हमें ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि भारत नियंत्रण रेखा के पास किसी भी समय हमला कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान उसकी पूरी ताकत से जवाब देगा।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी फायदे के लिए दक्षिण एशिया को एक खतरनाक मोड़, यहां तक कि परमाणु संघर्ष की ओर ले जा रहे हैं।
आसिफ ने भारत पर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2016 और 2017 में पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को ऐसे सबूत सौंपे थे जिनमें भारत की ओर से आतंकवाद को समर्थन देने वाले वीडियो शामिल थे। उनका कहना है कि हाल की कई आतंकी घटनाएं अफगानिस्तान में मौजूद संगठनों ने की हैं, जिन्हें कथित तौर पर भारत का समर्थन प्राप्त है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी हाल ही में हुए पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच कराने की मांग की है। आसिफ ने कहा, “अगर निष्पक्ष जांच होती है तो यह सामने आ जाएगा कि हमले में भारत की कोई भूमिका है या नहीं। इससे नई दिल्ली के लगाए गए बेबुनियाद आरोपों की भी सच्चाई सामने आएगी।”
इससे पहले पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ता तरार ने भी आशंका जताई थी कि भारत 24 से 36 घंटों के भीतर कोई कार्रवाई कर सकता है, हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ।
इसी बीच पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल सैयद असीम मुनीर ने साफ कहा है कि अगर देश की प्रतिष्ठा या नागरिकों की सुरक्षा पर आंच आई, तो पाकिस्तान पूरी ताकत से जवाब देगा।
उधर भारत में भी हालात गंभीरता से लिए जा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 7 मई को मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है। यह मॉक ड्रिल हवाई हमले जैसी आपात स्थितियों के लिए तैयारी का हिस्सा होगी। इसमें सायरन बजाना, लोगों को बचाव के तरीके सिखाना, बंकरों की सफाई, ब्लैकआउट की योजना और संवेदनशील ठिकानों की सुरक्षा जैसे उपाय शामिल हैं।