कन्नौज में पुलिस के डर से देखते ही छात्र ने लगाई नदी में छलांग, परिजनों में मचा कोहराम, कोतवाल सहित तीन पुलिसकर्मी हुए निलंबित !

यूपी के कन्नौज जिले में पुलिस के डर से पुलिस को देखकर एक छात्र ने नदी में छलांग लगा दी। उसके नदी में डूब जाने से हाहाकार मच गया। इस बात की सूचना मिलते ही मौके पर आलाधिकारी सहित गोताखोर तलाश में जुट गए मौके पर एनडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर छात्र को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया

कन्नौज में पुलिस के डर से देखते ही छात्र ने लगाई नदी में छलांग, परिजनों में मचा कोहराम, कोतवाल सहित तीन पुलिसकर्मी हुए निलंबित !
REPORTED BY-ASHWANI PATHAK PUBLISHED BY- JYOTI KANOJIYA

कन्नौज से जनमत न्यूज़ :-  यूपी के कन्नौज जिले में पुलिस के डर से पुलिस को देखकर एक छात्र ने नदी में छलांग लगा दी। उसके नदी में डूब जाने से हाहाकार मच गया। इस बात की सूचना मिलते ही मौके पर आलाधिकारी सहित गोताखोर तलाश में जुट गए मौके पर एनडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर छात्र को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। लेकिन देर शाम तक तक चले रेस्क्यू में छात्र का कहीं भी पता नहीं चला। पूरे मामले में दोषी पाए जाने पर कोतवाली प्रभारी सहित उपनिरीक्षक और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। 

आपको बताते चलें कि कोतवाली गुरसहायगंज के ग्राम तेरारागी के मजरा देवीपुरवा निवासी 17 वर्षीय पुत्र धर्मवीर इंटर की कक्षा का छात्र था, रविवार को खेत में आलू की बुआई के लिया गया था खेत पर वह काम कर रहा था। तभी गुरसहायगंज कोतवाली के उपनिरीक्षक हरीश कुमार अपने हमराह सिपाही रविंद्र कुमार के साथ एक मामले में गांव पहुंचे और धर्मवीर के बड़े भाई किशन पाल के बारे में पूछताछ की, जिस पर दो वर्ष पहले एक लड़की को ले जाने का आरोप है। घर पर किशनपाल की मां अमरावती व छोटे भाई रामजीत मिले। मां ने बताया कि किशनपाल बाहर रहता है और एक बेटा धर्मवीर खेत पर काम कर रहा है। पुलिस खेत पर पहुंची तो धर्मवीर पुलिस को देखकर डर गया और भागकर काली नदी में कूद गया। यह देख दोनों पुलिसकर्मी मौके से लौट गए।  परिजनों ने इस बात की सूचना डायल 112 पर की।  जिसपर पहुंची पुलिस ने कोतवाली में सूचना दी। इसके बाद मौके पर जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री व पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थानीय गोताखोर के साथ एनडीआरएफ की टीम छात्र को नदी से निकालने के लिए लगाईं गयी। देर शाम एक चले रेस्क्यू में छात्र का कहीं अता पता नहीं चला।  एसपी विनोद कुमार ने इस पूरे मामले में दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से गुरसहायगंज कोतवाली प्रभारी आलोक दुबे व उपनिरीक्षक हरीश कुमार सहित आरक्षी रविंद्र कुमार को निलंबित कर दिया है।  घटना के बाद से छात्र के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 

एसपी ने दी पूरे मामले की जानकारी

पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि 10 जनवरी को थाना गुरसहायगंज में एक मुकदमा पंजीकृत हुआ था जिसमें एक नाबालिंग लड़की गायब हो गई थी। जिसकी विवेचना उपनिरीक्षक हरीश कुमार कर रहे थे। जिसमें विवेचना के दौरान यह पता चला था कि देवीपुर्वा गांव का कृष्णपाल है। वह लड़की को भगा ले गया है, इस सम्बन्ध में सूचना मिली थी और इसी की तलाश में उपनिरीक्षक हरीश कुमार और उसके साथ एक आरक्षी देवीपुर्वा गांव आया था। जब घर में नही मिला कृष्णपाल तो पता चला कि उसका छोटा भाई धर्मवीर खेत में काम कर रहा है तो यह लोग खेत में आए तो पता चला कि पुलिस को देख कर वह लड़का काली नदी है, उसमें कूद गया और उसके डूबने के सम्बन्ध में सूचना मिली। इस पर जैसे ही पुलिस को सूचना मिली। तत्काल स्थानीय गोताखोर को लगाया गया उनके द्वारा तलाश कराई गई।

मामले में दोषी कोतवाल सहित उपनिरीक्षक व सिपाही हुआ निलंबित

उन्होंने आगे बताया कि एसटीआरएफ को बुलाया गया और एसटीआरएफ द्वारा भी तलाश कराई जा रही है और जिलाधिकारी महोदय भी मौजूद है और हम सभी लोग तलाश करा रहे है और जो दोषी है इसमें हरीश कुमार जो उपनिरीक्षक है और आरक्षी जो रविन्द्र कुमार है उनको तत्काल प्रभाव से निलंम्बित किया गया है, और पर्यवेक्षण में दोषी पाए जाने पर आलोक दुबे प्रभारी निरीक्षक गुरसहायगंज को भी निलंबित किया गया है। और जिलाधिकारी महोदय यहां पर मौजूद है। उनके द्वारा जो आर्थिक स्थिति परिवार की अच्छी नही है। उसको दृष्टिगत रखते हुए जो भी सरकारी योजनाओं में लाभ है। उसको जिलाधिकारी महोदय द्वारा दिए जाने की बात कही।