गर्मी से बचाव के उपाय: लू, प्यास और फूड पॉइजनिंग से कैसे सुरक्षित रहें

Climate News: र्मी बढ़ने और तेज धूप से सबसे बड़ा खतरा लू लगने का होता है, खासकर जब हम दोपहर के समय बिना सिर ढके बाहर जाते हैं।

गर्मी से बचाव के उपाय: लू, प्यास और फूड पॉइजनिंग से कैसे सुरक्षित रहें

नई दिल्ली (जनमत): गर्मी बढ़ने और तेज धूप से सबसे बड़ा खतरा लू लगने का होता है, खासकर जब हम दोपहर के समय बिना सिर ढके बाहर जाते हैं। इससे शरीर का तापमान बढ़ता है और शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है, जिसके परिणामस्वरूप चक्कर आना, सिर में दर्द, उल्टी जैसा महसूस होना और कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इससे बचने के लिए सबसे बेहतर तरीका यह है कि हम दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर जाने से बचें। यदि बाहर निकलना जरूरी हो, तो सिर पर टोपी या गमछा बांधें, साथ ही छाता ले कर चलें। पानी खूब पिएं और नींबू पानी या बेल के शरबत जैसे तरल पदार्थ का सेवन करें।

गर्मी के मौसम में पसीना अधिक आता है, जिससे शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है। इससे प्यास अधिक लगने, मुंह सूखने और चक्कर आने की समस्याएं हो सकती हैं। कभी-कभी पेशाब का रंग गहरा हो जाता है या पेशाब कम आता है। इस परेशानी से बचने के लिए दिनभर थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें, भले ही प्यास न लगे। इसके अलावा छाछ, नारियल पानी, तरबूज और खीरा जैसे खाद्य पदार्थ शरीर को ठंडक और पानी प्रदान करते हैं।

गर्मी में फूड पॉइजनिंग का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि गर्मी में खाना जल्दी खराब हो जाता है और बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं। बाहर का खाना, जैसे गोलगप्पे, चाट या खुले में रखा हुआ खाना खाने से पेट में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे उल्टी, दस्त और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए घर का ताजा खाना खाएं और सब्जी-फल अच्छे से धोकर इस्तेमाल करें। बासी या फ्रिज में रखा पुराना खाना खाने से बचें।

दिन में भरपूर पानी पिएं, बाहर जाने से बचें और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें। हल्का और सुपाच्य खाना खाएं और शरीर को आराम देने का समय दें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें, क्योंकि वे जल्दी बीमार पड़ सकते हैं। गर्मी से डरने की कोई जरूरत नहीं, बस सतर्क और सावधान रहकर हम सुरक्षित रह सकते हैं।