कैसरगंज में खूनी भेड़िये का अंत, एक की तलाश अब भी जारी
वन विभाग की शार्प शूटर टीम ने सोमवार को मझारा तौकली गांव के भिरगू पुरवा क्षेत्र में चलाए गए कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान इस नरभक्षी भेड़िये को मार गिराया।

बहराइच/जनमत न्यूज। जिले के कैसरगंज इलाके में पिछले एक महीने से दहशत फैला रहे खूनी भेड़िये का आखिरकार अंत हो गया। वन विभाग की शार्प शूटर टीम ने सोमवार को मझारा तौकली गांव के भिरगू पुरवा क्षेत्र में चलाए गए कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान इस नरभक्षी भेड़िये को मार गिराया।
जानकारी के अनुसार, गोली लगने के बाद भेड़िया कुछ दूरी तक भागा और फिर घाघरा नदी के कछार में गिरकर मर गया। वन विभाग की टीम ने मौके से शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वन अधिकारियों के मुताबिक, अब तक चार में से तीन भेड़ियों को ढेर किया जा चुका है, जबकि एक की तलाश अभी भी जारी है।
गौरतलब है कि कैसरगंज थाना क्षेत्र के मझारा तौकली गांव में 9 सितंबर से नरभक्षी भेड़ियों का आतंक जारी था। इन हमलों में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 38 से अधिक ग्रामीण घायल हुए हैं।
लगातार बढ़ते हमलों के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस क्षेत्र का दौरा किया था और वन विभाग को भेड़ियों को किसी भी हालत में पकड़ने या मार गिराने के निर्देश दिए थे।
वन संरक्षक डॉ. सम्मारन ने बताया कि तीन भेड़ियों को सफलता पूर्वक मार गिराया गया है और शेष एक भेड़िए की तलाश में कॉम्बिंग अभियान तेज कर दिया गया है। टीमें दिन-रात इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं ताकि शेष भेड़िए को जल्द पकड़कर इलाके में शांति और सुरक्षा बहाल की जा सके।